Saturday, 1 June 2013

मोर छडी लहरावै जी,श्याम नजर महानै आवै जी ..

मोर छडी लहरावै जी,श्याम नजर महानै आवै जी ..
(तर्ज़:मेहंदी रची थारै हाथा मैं ...)

मोर छडी लहरावै जी,श्याम नजर महानै आवै जी
चाल पड्यो खाटू स देखो,श्याम धणी म्हारो श्याम धणी ..

मोर छडी है कुंजी-पूंजी,मिली जो श्याम कन्हैया स ....
तेन वाण तरकस म सोहवै,मिल्या जो माँ जगदम्बा स
कलयुग को देव कुहावै जी,घर-घर पूज्यो जावै जी
श्याम धणी म्हारो श्याम धणी ....

मोर छडी की सकलाई,देखी जो दुनिया सारी
खुल गया ताला मंदिर का,ली श्याम बहादुर अंगड़ाई
हारया न देवै सहारो जी,विपदा म दौड्यो आवै जी
श्याम धणी म्हारो श्याम धणी ...

आलूसिंहजी,मोहन दास,श्याम थारा गुणगान करै
'टीकम' तो है दास चरण को,हर पल थारो ध्यान धरै
पालकां बिछायाँ बैठ्यो जी,दर्शन म्हानै देदयो जी
श्याम धणी म्हारा श्याम धणी ...

मोर छडी लहरावै जी,श्याम नजर महानै आवै जी
चाल पड्यो खाटू स देखो,श्याम धणी म्हारो श्याम धणी !!

!!जय हो श्याम धणी की!!

1 comment:

  1. .
    जय मोर्वीनंदन जय श्री श्याम
    जय मोर्वीनंदन जय श्री श्याम
    जय मोर्वीनंदन जय श्री श्याम
    जय मोर्वीनंदन जय श्री श्याम
    जय मोर्वीनंदन जय श्री श्याम

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